मुंबई : श्री गौरीदत्त मित्तल विद्यालय एवं कनिष्ठ महाविद्यालय, सायन, मुंबई में 19वीं बाल परिषद का भव्य आयोजन किया गया। सलाम बॉम्बे फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस विशेष स्वास्थ्य सम्मेलन में सरकारी स्कूलों के छात्रों ने अपने समुदाय की स्वास्थ्य चुनौतियों पर चर्चा की और उनके समाधान प्रस्तुत किए। इस वर्ष का प्रमुख आकर्षण "यंग चेंजमेकर्स अवार्ड" का शुभारंभ था, जिसके तहत तंबाकू मुक्त स्कूलों और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सलाम बॉम्बे फाउंडेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (निवारक स्वास्थ्य विभाग) शेरिंग भूटिया ने कहा,
"बाल परिषद केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक परिवर्तनशील मंच है, जहाँ छात्र न केवल अपने स्वास्थ्य को सुधारने के लिए बल्कि पूरे समाज में बदलाव लाने के लिए प्रेरित होते हैं।"
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिष्ठित अतिथियों ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे:
डॉ. कृष्ण मेटेकर, संयुक्त निदेशक, एफएसएसएआई, भारत सरकार
डॉ. दुर्योधन चव्हाण, उप निदेशक, स्वास्थ्य विभाग, महाराष्ट्र सरकार
श्रीमती मनीषा पवार, उप निदेशक, क्षेत्रीय शैक्षणिक प्राधिकरण, शिक्षा विभाग, मुंबई
सभी अतिथियों ने छात्रों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित किया।
सलाम बॉम्बे फाउंडेशन के इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि सरकारी स्कूलों के छात्र भी प्रभावी नेतृत्वकर्ता बन सकते हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। बाल परिषद 2025 की सफलता के बाद, शिक्षा, स्वास्थ्य और नीति-निर्माण से जुड़े सभी हितधारकों ने स्वस्थ और तंबाकू-मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ने का संकल्प लिया।